गंगा मांई की आरती

पढ़ें ये आरती, होगा पापों का नाश

गंगा माता की आरती (Ganga Mata Ki Aarti)

भारत में गंगा माता की पूजा की जाती है। क्योंकि ऐसी मान्यता हैं कि गंगा माई की पूजा अर्चना और आरती करने से व्यक्ति के सारे पापों का नाश होता है। साथ ही अगर कोई व्यक्ति नित्य गंगा माई की आरती करता है तो वह सभी प्रकार की चिंताओं से मुक्त होकर मन की शांति को प्राप्त करता है।

गंगा माँ की आरती के लिरिक्स (Ganga Mata Ki Aarti Ke Lyrics)

ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मन वांशित फल पाता ॥ ॐ जय गंगे माता…

चन्द्र सी ज्योत तुम्हारी, जल निर्मल आता । शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता ॥ ॐ जय गंगे माता…

पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता । कृपा दृष्टि हो तुम्हारी, त्रिभुवन सुखदाता ॥ ॐ जय गंगे माता…

एक बार ही जो तेरी, शरणागति आता । यम की त्रास मिटाकर, परम गति पाता ॥ ॐ जय गंगे माता…

आरती मात तुम्हारी, जो जान नित्त जाता । दास वाही सहज में, मुक्ति को पाता ॥ ॐ जय गंगे माता…

ॐ जय गंगे माता, श्री गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मन वांशित फल पाता ॥ ॐ जय गंगे माता…