माँ दुर्गा को क्या चढ़ाएं

ये चढ़ाएं से होगी माँ होगी

मां दुर्गा किसका अवतार है (Maa Durga Kiska Avatar Hai)

दुर्गा या आदिशक्ति सनातन धर्म में सबसे प्रमुख देवी मानी जाती हैं, जिन्हें मां, देवी, शक्ति, आध्या शक्ति, भगवती, माता रानी, जगत जननी जगदंबा, परमेश्वरी, परम सनातनी देवी आदि नामों से भी जाना जाता है। मां दुर्गा शाक्त सम्प्रदाय की प्रमुख देवी हैं। दुर्गा को आदि शक्ति, परम भगवती परब्रह्म बताया गया है। वह अंधकार व अज्ञानता रूपी राक्षसों से रक्षा करने वाली, ममतामई, मोक्ष प्रदायनी तथा कल्याणकारी हैं। उनके बारे में मान्यता है कि वे शान्ति, समृद्धि तथा धर्म पर आघात करने वाली राक्षसी शक्तियों का विनाश करती हैं। मां दुर्गा को 108 नामों से भी जाना जाता है। इन्हें शक्ति व न्याय की देवी भी कहा जाता है।

मां दुर्गा के चढ़ावे का महत्व (Elements offered to Maa Durga and their importance)

मां दुर्गा अपने भक्तों का कष्ट खत्म करके उनके जीवन में खुशहाली लाती हैं। मां को सच्चे मन से कुछ भी अपर्ण करने से वो प्रसन्न हो जाती हैं और आशीर्वाद देती हैं। लेकिन कुछ ऐसे तत्व हैं जिन्हें मां को अर्पित करने से भक्त को विशेष कृपा प्राप्त होती है। मां दुर्गा को सफेद रंग के तत्व से विशेष लगाव है। मां को दूध से बने पदार्थ और सफेद फूल चढ़ाना चाहिए। इससे घर में कभी भी धन-संपदा की कमी नहीं होती। इसके अलावा शहद, शमी का पत्ता, गुड़हल के फूल, लौंग आदि वस्तुओं का भोग लगाया जाता है। मां दुर्गा इससे प्रसन्न होकर जातक को अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष का फल देतीं हैं। मां को नारियल, चुनरी, श्रृंगार का सामान भी चढ़ाया जाता है, जिससे दांपत्य जीवन खुशहाल होता है और महिलाओं को अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

मां दुर्गा को चढ़ावा चढ़ाने की विधि (Process to offer offerings to Maa Durga)

  • मां दुर्गा की पूजा से पहले स्नान करके साफ-सुथरे वस्त्र धारण कर लें।
  • फिर चौकी पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें और कलश की स्थापना करें।
  • इसके बाद कुश के आसन पर पूर्व की ओर मुँह करके बैठ जाएं और मां का ध्यान करें।
  • मां का ध्यान करते हुए उन्हें आमंत्रित करें और आचमनी से उनके पैर धुले।
  • इसके बाद उनकों वस्त्र और श्रृंगार का सामान चढ़ाएं। मां को चुनरी ओढ़ाएं और लाल टीका लगाएं।
  • फिर धूप-दीप के साथ माँ दुर्गा की आराधना करें और लाल गुड़हल के पुष्प अर्पित करें।
  • इसके बाद माँ को भोग के रूप में खीर-पूड़ी और मिठाई चढ़ाएं।
  • फिर मां दुर्गा की आरती करें और सबको प्रसाद बांटे।

मां दुर्गा को चढ़ावा चढ़ाने के लाभ (Benefits of making offerings to Maa Durga)

गुड़हल के फूल

मान्यता है कि मां दुर्गा को लाल गुड़हल का फूल बहुत पसंद है। लाल गुड़हल के फूल से देवी की पूजा का उल्लेख पुराणों और शास्त्रों में किया गया है। लाल गुड़हल का फूल चढ़ाने से मां प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं।

शमी का पत्ता

मां दुर्गा को शमी का पत्ता बहुत प्रिय है। मां को गुड़हल और शमी का बस एक पत्ता हर दिन चढ़ाएं तो माता रानी की असीम कृपा प्राप्त होती है।

शुद्ध देशी घी

मां दुर्गा को शुद्ध देशी घी का भोग लगाने से मां प्रसन्न होती हैं और सभी कष्टों और रोगों से मुक्ति दिलाती हैं।

सफेद रंग के तत्व

शक्कर, मिश्री, दूध से बनी मिठाई का भोग लगाने से मां विशेष वर देती हैं और दांपत्य जीवन खुशहाल होता है।

शहद

शहद का भोग लगाने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों फल देती हैं और जातक के जीवन से कष्टों को दूर करती है।

मां दुर्गा को ये न चढ़ाएं (Things not to offer to Maa Durga)

  • मां दुर्गा को कभी भी टूटा हुआ नारियल नहीं अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन कष्टों से भर जाता है।
  • मां दुर्गा को तुलसी कभी नहीं चढ़ाना चाहिए, इससे मां नाराज होती हैं।
  • मां दुर्गा को दूर्वा कभी नहीं चढ़ाना चाहिए, ऐसा करने से जीवन में दुर्घटनाएं होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • मां दुर्गा को टूटे हुए लौंग का भोग नहीं लगाना चाहिए, इससे आत्मविश्वास में कमी आने लगती है।
  • मां दुर्गा को पुराने या मुरझाए फूल नहीं चढ़ाने चाहिए, इससे जीवन में आर्थिक तंगी आने लगती है।