माँ लक्ष्मी के मंत्रो के लाभ

इन मंत्रों के जाप से करें माता को प्रसन्न

महालक्ष्मी मंत्र (Maha Lakshmi mantra)

सनातन धर्म में सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित है। इसी प्रकार शुक्रवार का​ दिन मां महालक्ष्मी का दिन माना जाता है। कहते हैं इस दिन मां महालक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं रहती है। साथ ही सुख शांति व समृद्धि का भी आगमन होता है। हिंदू धर्म में मां महालक्ष्मी को धन व समृद्धि की देवी माना जाता है। देवी को प्रसन्न करने के लिए भक्त कई उपाय करते हैं, इन्हीं में से एक है महालक्ष्मी मंत्र। इस मंत्र का जाप करने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्तों पर कृपा बरसाती हैं। मंत्र का अर्थ होता है कि एक ऐसी ध्वनि जिससे मानसिक कल्याण हो। यानी मन को तारने वाली ध्वनि ही मंत्र है। वेदों में शब्दों के संयोजन से कई प्रकार की कल्याणकारी ध्वनियां उत्पन्न की गई हैं।

महालक्ष्मी मंत्र जाप का महत्व (Importance of chanting Mahalaxmi mantra)

महालक्ष्मी मंत्र को देवी लक्ष्मी के सबसे भव्य रूप का प्रतीक माना जाता है। यह एक ऐसा रूप है जिसमें मां सबसे शक्तिशाली और सर्वव्यापी हैं। महालक्ष्मी मंत्र सभी बाधाओं और बुराईयों को दूर करने वाला है। हिंदू धर्म व ज्योतिष शास्त्रों में सिर्फ पूजा-पाठ ही नहीं बल्कि मंत्रों की शक्ति का भी महत्व बताया गया है। माना जाता है कि मंत्र के जाप से देवी-देवताओं की कृपा बहुत आसानी से प्राप्त होती है। महालक्ष्मी मंत्र से धन, ज्ञान व संतान सुख का आशीर्वाद मिलता है। सरल शब्दों में कहें तो महालक्ष्मी मंत्र का अर्थ होता है कि मैं देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि वे हमारे चारों ओर मौजूद सभी बुरी शक्तियों को खत्म कर दें और हमें समृद्ध व उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद प्रदान करें। 16 दिनों तक 108 बार महालक्ष्मी मंत्र का जाप करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

महालक्ष्मी मंत्र जाप कैसे करें (How to chant Mahalaxmi Mantra)

  • मां महालक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप एक ही बार में 108 बार करना चाहिए।
  • कमलगट्टा या स्फटिक की माला देवी महालक्ष्मी की पसंदीदा माला है। मंत्र जाप के लिए दोनों में से किसी एक माला का प्रयोग करें।
  • मंत्र पर ध्यान केंद्रित करने के लिए महालक्ष्मी देवी की मूर्ति के सामने बैठकर मंत्रों का जाप करें।
  • मंत्र का उच्चारण शुद्ध व सही ढंग से करें।
  • घर के जिस स्थान पर मंत्रों का जाप करें, उसे साफ-सुथरा रखें। देवी लक्ष्मी अस्वच्छ वातावरण और गंदगी से घृणा करती हैं।
  • मंत्रों के जाप की शुरुआत से पहले मां देवी के चरणों में गुलाब या कमल की पंखुड़ियां अर्पित करें।
  • मां महालक्ष्मी जी को अपनी श्रद्धा अनुसार प्रसाद भी अर्पित करें।

महालक्ष्मी मंत्र जाप के 10 लाभ (10 benefits of chanting Mahalaxmi Mantra)

  • धन की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।
  • नियमित रूप से मंत्र का जाप करने से धन व ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
  • महालक्ष्मी जी की पूजा के साथ मंत्रों का जाप करने से घर से दरिद्रता दूर होती है।
  • मंत्रों का जाप करने वाले भक्तों के बिगड़े काम बन जाते हैं।
  • व्यापार में उन्नति होती है।
  • नौकरी पेशा लोगों को प्रमोशन का लाभ मिलता है।
  • भाग्योदय में मददगार होता है महालक्ष्मी मंत्र।
  • अगर आपके ऊपर किसी प्रकार का लोन का बोझ है तो महालक्ष्मी मंत्र का जाप करने से उससे मुक्ति मिल जाती है।
  • घर परिवार में सुख समृद्धि आती है।
  • सभी प्रकार के दोष मिट जाते हैं और उज्जवल भविष्य का आशीर्वाद मिलता है।

महालक्ष्मी मंत्र जाप में न करें ये काम (Do not do these things while chanting Mahalaxmi Mantra)

  • बिना स्नान के महालक्ष्मी मंत्र का जाप न करें।
  • किसी गंदी जगह बैठकर मंत्रों का जाप बिलकुल न करें।
  • आधे अधूरे मंत्रों का जाप न करें।
  • मंत्रों का जाप करने से पहले महालक्ष्मी जी की पूजा अर्चना जरूर करें।
  • महालक्ष्मी मंत्र जाप करते समय किसी भी गलत प्रकार की सोच या ख्याल बिलकुल भी अपने मन में न लाएं।