Home » सोमवार को व्रत करने के लाभ
हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ के साथ व्रत का भी बहुत महत्व है। भक्त अपनी कार्यसिद्धि और अपने इष्ट को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं। भक्त बिना अन्न-जल ग्रहण किए बिना अपने इष्ट देवताओं और भगवान के लिए व्रत रखते हैं। ऐसा ही एक व्रत है सोमवार का व्रत, जिसे सुखी वैवाहिक जीवन, संतान प्राप्ति और मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए स्त्री और पुरुष रखते हैं। पौराणिक मान्यता है कि सबसे पहले ये व्रत माता पार्वती ने भोलेनाथ को पति के रूप में पाने के लिए रखा था। सोमवार का व्रत आप कभी भी शुरू कर सकते हैं, लेकिन शिव पुराण के अनुसार, सोमवार व्रत शुरू करने के लिए सावन सबसे उत्तम महीना माना जाता है।
मान्यता है कि महादेव के व्रत से जहां समस्त सुख और शांति के मनोरथ पूरे होते हैं, सोमवार के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा और व्रत करने से अविवाहित कन्याओं को मनवांछित वर की प्राप्ति होती है। कई लड़कियां सावन के सोलह सोमवार का व्रत भी करती हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत करने करने वाले श्रद्धालुओं को महादेव उनके व्रत के फल के रूप में सुख समद्धि के साथ उन्हें पारिवारिक सुख का भी आशीर्वाद देते हैं।
सोमवार के दिन शिव जी की पूजा करने से पहले भक्तों को स्नान करके, साफ-सुथरे कपड़े पहनकर पूजा का संकल्प लेना चाहिए।
इसके बाद घर के मंदिर के आगे चौकी स्थापित करके भोलेनाथ और मां पार्वती की मूर्ति स्थापना करें।
इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती का चंदन से तिलक करें, उन्हें रोली, अक्षत, पुष्प अर्पित करें और पान सुपारी चढ़ाएं।
इसके बाद भोलेनाथ और माता पार्वती का ध्यान लगाएं और फल-मिष्ठान का भोग लगाएं।
सोमवार के व्रत के दौरान शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए।
सोमवार के व्रत में भगवान शिव की पूजा के उपरांत उनको मालपुए का भोग लगाया जाता है। मालपुआ भगवान शिव का पसंदीदा मिष्ठान है। पौराणिक मान्यता है कि शिव जी और माता पार्वती के विवाह पर भी मालपुआ बना था और महाशिवरात्रि के व्रत के दौरान शिव भगवान को मालपुए का भोग लगाना बहुत पुण्यकारी माना जाता है।
· सोमवार का व्रत करने से व्रती को ज्ञान की प्राप्ति होती है।
· सोमवार का व्रत करने भक्त अपनी भावनाओं पर नियंत्रण के साथ संतुलित मानसिकता रखता है।
· व्यक्तियों पर भगवान शिव का आशीर्वाद होता है और वह अपने भक्तों की सभी बुराइयों से रक्षा भी करते हैं।
· सोमवार का व्रत रखने से महिलाओं को मनपसंद जीवन साथी मिलता है। महिलाएं 16 सोमवार का व्रत रखती हैं।
· इसके साथ ही सोमवार का व्रत करने से व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है।
· सोमवार का व्रत करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं।
· सोमवार का व्रत करने से भक्त को चंद्रमा से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
· सोमवार का व्रत करने से नौकरी में तरक्की होती है।
· सोमवार का व्रत करने से व्रती का आत्मविश्वास बढ़ता है।
· सोमवार का व्रत करने से व्रती का के जीवन में सुख-शांति आती है।
· जीतने सोमवार व्रत रखने का संकल्प लिए हैं उतने सोमवार व्रत रखना चाहिए। इसे बीच में नहीं छोड़ना चाहिए नहीं तो व्रत व्यर्थ चले जाते हैं।
· व्रती पूजा का बाद उसी स्थान पर बैठकर प्रसाद ग्रहण करें। पूजा के बीच उठना शुभ नहीं होता।
· सोमवार का व्रत का पालन करने वालों को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
· सोमवार का व्रत रखते समय भूल से भी घर में तामसिक भोजन न बनाएं और न खाएं।