कमर दर्द का घरेलू उपाय

कमर दर्द को करें दूर

कमर दर्द का घरेलू उपाय

कमर दर्द यानी पीठ के निचले हिस्से में दर्द से कई लोग परेशान हैं। कुछ लोगों का मानना है कि कमर दर्द सिर्फ वृद्धावस्था में होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। बदलते जीवनशैली में अब कोई भी बीमारी के लिए कोई खास उम्र मायने नहीं रखता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में कमर दर्द की बीमारी बहुत ही तकलीफदेह हो सकती है।

कैल्शियम, विटामिन की कमी, रूमेटायड आर्थराइटिस, कशेरुकाओं की बीमारी, मांसपेशियों एवं तन्तुओं में खिंचाव, गर्भाशय में सूजन, मासिक धर्म में गड़बड़ी, गलत आसनों के प्रयोग के कारण कमर में दर्द की समस्या आती है। कमर दर्द को घरेलू नुस्खों और आसानी से मिलने वाली जड़ी बूटियों से ठीक किया जा सकता है।

हम जब भी झुकते या मुड़ते हैं हमारे शरीर का सारा भार रीढ़ के निचले हिस्से पर पड़ता है। अगर हम एक ही स्थान पर ज्यादा समय तक बैठे रहते हैं तब भी हमारे शरीर का भार रीढ़ के निचले हिस्से यानी कमर पर पड़ता है। इसके कारण हमारी रीढ़ को सहारा देने वाली मांसपेशियों पर बार-बार दबाव पड़ता है। इससे बचने के लिए हमें एक ही पोजीशन में रहने के बजाय समय-समय पर पोजीशन चेंज करने के साथ थोड़ा ब्रेक लेते रहना चाहिए।

कमर दर्द का कारण

कमर दर्द के कई कारण हो सकते हैं। कई बार तनाव के कारण भी कमर दर्द हो सकता है। वर्तमान में नए-नए तकनीक के कारण लोगों की दिनचर्या में काफी बदलाव आए हैं। लोग घंटों फोन, टैब या लैपटॉप में व्यस्त रहते हैं जिसके कारण वे एक ही पोजीशन में काफी देर तक रह जाते हैं। इस दौरान लोग अपनी गर्दन को नीचे झुकाए रहते हैं। इसके कारण उनके मेरुदंड यानी स्पाइन पर वजन पड़ता है। शुरुआत में तो इसका एहसास नहीं होता है, लेकिन धीरे-धीरे इसकी आदत हो जाती है, जो आगे चलकर काफी परेशान कर सकती है।

कमर दर्द के लक्षण:

कमर दर्द के कई कारण हो सकते हैं। इसमें एक अल्सरेटिव कोलाइटिस है, जिसमें बार-बार पेट में ऐंठन होने से पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। इससे मलाशय में दर्द, वजन में कमी और थकान होना भी शामिल है। गर्भावस्था के दौरान भी पीठ के निचले हिस्से यानी कमर में दर्द होना आम हो जाता है।

कमर दर्द से बचने के कुछ घरेलू नुस्खे भी हैं। जिनकी मदद से आसानी से पीठ दर्द की समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। इसके लिए जीवनशैली में भी थोड़े बदलाव की जरूरत है। इसके लिए सबसे पहला उपाय है कुर्सी पर बैठते वक्त आराम से और सीधे बैठने की कोशिश करें। कोशिश करें कि पीठ को कुर्सी का सपोर्ट मिलते रहे।

पीठ दर्द बचाव के लिए कम्प्यूटर पर काम करते समय कुछ चीजों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अगर आप लैपटॉप या डेस्कटॉप पर काम कर रहे हों तो सबसे ऊपरी भाग आपकी नजर के 90 डिग्री के कोण में होनी चाहिए। माउस को भी 90 डिग्री के कोण पर रखने की कोशिश करें। मोबाइल फोन इस्तेमाल करने के दौरान गर्दन को नहीं झुकाएं, इस दौरान सिर्फ नजर नीचे होनी चाहिए।

ज्यादा से ज्यादा पैदल चलकर भी इस समस्या से निजात पाया जा सकता है। आम तौर पर कहा जाता है कि हर इंसान को प्रतिदिन कम से कम 3 किलोमीटर पैदल चलना चाहिए। इसके अलावा वजन उठाते समय भी कोशिश करें कि पूरी तरह से नीचे न बैठें, इससे सारा बोझ कमर पर पड़ता है। जिसके कारण कमर दर्द की समस्या आ सकती है।

इस सबके कारण खानपान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। खान-पान में लापरवाही के कारण भी कई तरह की बीमारियां होती है। हमें हमेशा हेल्दी फूड ही खाना चाहिए। खाने के साथ-साथ हमें सोने में भी काफी सावधानियां बरतनी चाहिए। सोते समय हमें सही तरीके का इस्तेमाल करना चाहिए। सोने के दौरान जानकारों ने कुछ पोजीशन के बारे में बताया है, जिसे फॉलो कर हम कमर दर्द की समस्या से निजात पा सकते हैं। सोने का सबसे अच्छा तरीका करवट लेकर सोना और पैरों के बीच में तकिया रखना बताया गया है।

कमर दर्द का घरेलू इलाज:

कमर दर्द से राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय सुझाए गए हैं। इसमें हम घरों में आसानी से मिलने वाली चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अदरक आमतौर पर हर घर में मिल जाता है। अदरक को कमर दर्द में बहुत ही लाभदायक बताया गया है। इसके लिए अदरक का पेस्ट बनाकर दर्द वाली जगह पर लगाने से राहत मिलती है। इसके अलावा काली मिर्च, लौंग और अदरक का पीसकर हर्बल टी बनाकर भी पी सकते हैं।

कमर दर्द में राहत के लिए तुलसी का उपयोग भी काफी फायदेमंद होता है। एक कप पानी में 8-10 तुलसी की पत्तियां अच्छी तरह से उबाल कर इसमें चुटकी भर नमक मिलाकर पीने से कमर दर्द में राहत मिलती है। लहसुन भी कमर दर्द में बेहतरीन दवा का काम करता है। रोज सुबह खाली पेट लहसुन की 3-4 कलियां खाने से कमर दर्द में राहत मिलती है।

सरसों का तेल और लहसुन के साथ अजवाइन का पेस्ट बना अच्छी तरह से पकाकर दर्द वाली जगह पर लगाने से कमर में दर्द में बहुत राहत मिलती है।

Disclaimer: यह लेख सामान्य रूप से उपलब्ध जानकारी के आधार पर है। अगर इन घरेलू उपायों के बाद किसी तरह की परेशानी महसूस करते हैं, तो इसे बिल्कुल न करें और तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से सम्पर्क करें। कोशिश करें कि ये सभी उपाय किसी जानकार शख्स के देख-रेख में करें।