Home » राम मंत्र
भगवान विष्णु के 21 वें अवतार के रूप में श्री रामचंद्र जी ने धरती पर जन्म लिया था। श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहा जाता है, श्री रामचंद्र जी का जीवन हमें मर्यादा में रहकर जीवन जीने की सीख देता है। श्री राम का नाम स्वयं में एक महामंत्र है। इस नाम का ही अपने आप में एक अलग महत्व है। तो आइए जानते हैं श्री राम जी के मंत्र जाप के महत्व के बारे में।
राम नाम की महिमा अपरंपार है। इसके अतिरिक्त राम नाम का मंत्र सर्व रूप मे ग्रहण किया जाता है। श्री राम मंत्र के जाप से ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति सहज हो जाती है। अन्य नामों कि अपेक्षा राम नाम हजार नामों के समान है। पौराणिक कथाओं के अनुसार ‘श्रीराम’ नाम का उच्चारण का अर्थ है प्रभु श्रीराम को पुकारना। यह भगवान राम के प्रति पुकार है। ‘जय राम’- यह उनकी स्तुति है और जय जय राम’- यह उनके प्रति पूर्ण समर्पण है। प्रतिदिन भगवान श्रीराम के मंत्रों का जाप करने से जातक की मनचाही कामना पूरी होती है।
शक्तिशाली राम मंत्र रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे रघुनाथाय नाथाय सीताया: पतये नमः अर्थ- मर्यादा पुरुषोत्तम रघुकुल के वंशज दशरत नंदन सीता पति राम चंद्र जी मैं आपको प्रणाम करता हूँ मेरा नमन स्वीकार करके मुझे आशीर्वाद दें।
धन-संपदा के लिए राम मंत्र ॐ क्लीं नमो भगवते रामचन्द्राय सकलजन वश्यकराय स्वाह: || अर्थ- श्री राम आप ब्रह्मांड में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देते हैं। आप सबको मर्यादा में रहना सिखाते हैं, आपके श्री चरणों में मैं नमन करता हूँ, मुझे अपना आशीर्वाद प्रदान करें।
श्री राम गायत्री मंत्र ॐ दाशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि, तन्नो राम प्रचोदयात्॥ अर्थ- किसी भी अन्य गायत्री मंत्रों की तरह, श्री राम गायत्री मंत्र सुरक्षा प्रदान करता है। यह मंत्र भगवान राम को दशरथ के पुत्र और माता सीता के पति के रूप में संबोधित करता है। इस मंत्र के द्वारा जातक अपनी विचार की स्पष्टता और सही निर्णय लेने की शक्ति में वृद्धि की प्रार्थना करता है।
कोदण्ड राम मंत्र श्री राम जय राम कोदण्ड राम॥ अर्थ- इस मंत्र का जाप करने से सभी भय दूर हो जाते हैं। साथ ही सद्भाव और सफलता को बढ़ावा मिलता है।
ह्रीं मंत्र ह्रीं राम ह्रीं राम || अर्थ- इस मंत्र का जाप से जातक को श्री राम की भक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है। जातक हर कार्य में सफलता प्राप्त करता है।
· राम मंत्र का जाप करने से पहले स्नान करके साफ-सुथरे कपड़े धारण करें।
· राम मंत्र का जाप शुरू करने से पहले घर के मंदिर में राम दरबार की प्रतिमा या राम दरबार की फोटो स्थापित करें।
· कुश के आसान पर अपना मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर करके बैठ जाएं।
· इसके बाद श्री राम को स्नान कराकर फूल अक्षत अर्पित करें। फिर वस्त्र, जनेऊ, इत्र भी अर्पित करें।
· श्री राम जी को फल व मिष्ठान का भोग लगाएं और उनकी आराधना करें।
· इसेक बाद श्री राम मंत्र का पूरी भक्ति और समर्पण भावना के साथ जाप शुरू करें।
· ऐसा बताया जाता है कि श्री राम मंत्र का पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए मंत्रों का जाप लगातार 48 दिनों तक करना चाहिए।
· रुद्राक्ष की माला से राम मंत्रों का जाप करना उत्तम माना जाता है।
राम मंत्र जाप के लाभ (benefits of chanting ram mantras) · राम मंत्र की मदद से व्यक्ति का आत्म-सम्मान बढ़ता है, जिन लोगों को अपनी क्षमता पर संदेह होता है, उन्हें इस मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए।
· राम मंत्रों का नियमित जाप करने से हमें श्री राम की तरह वादों को निभाने के लिए प्रेरित करता है।
· राम मंत्र जाप करने से जातक की इच्छाशक्ति मजबूत होती है और बहादुर बनाती है।
· राम मंत्रों का जाप नियमित रूप से जातक के चारों ओर एक स्वस्थ वातावरण बनाता है। राम मंत्रों की बदौलत चारो तरफ सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
· राम मंत्र के जाप से आर्थिक संकट खत्म होता है और आप ऋण मुक्त हो जाएंगे।
· राम मंत्र के नियमित जाप से अशांत मन को शांति मिलती है।
· राम मंत्र का जाप करते समय मन में किसी के प्रति द्वेष और छल कपट की भावना नहीं होनी चाहिए।
· राम मंत्र का जाप करते समय मंत्रों के उच्चारण पर विशेष ध्यान देना चाहिए और गलत उच्चारण नहीं करना चाहिए।
· राम मंत्र का जाप करते समय तामसिक भोजन को नहीं ग्रहण करना चाहिए।
· राम मंत्र का जाप करते समय पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।